नई दिल्ली: दिल्ली की एक अजीम राजनैतिक शख्सियत और दिल्ली की सत्ता पर तकरीबन 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस की कद्दावर नेता शीला दीक्षित का निधन हो गया है। दिल्ली की शक्लो सूरत को बदलने में शीला दीक्षित का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। कहा जाता है दिल्ली के विकास की बात हो उसमें शीला दीक्षित का नाम ना आए ऐसा संभव नहीं। 

जरा गौर कीजिए दिल्ली के 1998 की दिल्ली किस तरीके की थी और आज की दिल्ली में खासा फर्क साफ नजर आता है इसके लिए शीला दीक्षित के लंबे कार्यकाल में किए गए काम बेहद अहम रहे हैं। शीला दीक्षित ने दिल्ली की सत्ता लगातार तीन कार्यकाल तक संभाली और इस दौरान यहां विकास के तमाम काम हुए।

एक नजर शीला दीक्षित की अहम उपलब्धियों पर- 


  • दिल्ली में भागीदारी सिस्टम शीला दीक्षित की देन बताया जाता है जिसमें जनभागीदारी का कांसेप्ट शुरू किया था
  • दिल्ली मेट्रो की शुरूआत में भी शीला दीक्षित का अहम रोल रहा है और दिल्ली में पहली मेट्रो उनके ही कार्यकाल में शुरू हुई थी
  • दिल्ली की सड़कों पर प्रदूषण को खत्म करने की दिशा में शीला दीक्षित ने यहां के ट्रांस्पोर्ट सिस्टम को नया ही रूप दिया
  • दिल्ली में कॉमनवेल्थ साल 2010 में आयोजित हुए थे, ये भी शीला दीक्षित सरकार की बड़ी उपलब्धि मानी गई थी
  • दिल्ली में कई बड़े-बड़े फ्लाई ओवर्स भी शीला दीक्षित के कार्यकाल में बने जिसने यहां के ट्रैफिक सिस्टम को बेहतर किया
  • दिल्ली की सड़कों पर चलने वाली बसों को प्रदूषण मुक्त करवाना शीला दीक्षित सरकार की बड़ी उपलब्धि मानी जाती है
  • दिल्ली में बीआरटी कॉरीडोर शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल में खासे विकसित हुए हैं
  • हरियाली शीला दीक्षित को बेहद पसंद थी शायद यही वजह थी कि उन्होंने दिल्ली में पेड़ों की संख्या बढ़ाने विशेष पहल की


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