रिपोर्ट–अर्पित श्रीवास्तव
K5 News लखनऊ. यूपी बोर्ड की परीक्षा आज से शुरू हो गई है। पहली बारी की परीक्षा पूरी हो गई है। वहीं, हापुड़ में कड़े इंतजाम के बाद भी दो छात्र नकल करते हुए पकड़े गए हैं। वहीं, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने जौनपुर में मछलीशहर इलाके में पहुंच कर तीन स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। पिछले साल की तुलना में इस साल बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा हुआ है। पिछले साल 10वीं बोर्ड की परीक्षा में कुल 34,01,511 छात्रों ने जबकि 12वीं की परीक्षा में कुल 26,54,492 छात्रों ने हिस्सा लिया था। हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की आज से शुरू हो रही परीक्षा 12 मार्च तक चलेगी। जिसमें पूरे प्रदेश में कुल 66,370,18 छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे। हाईस्कूल में 36,55,691 और इंटरमीडिएट में 29,81,327 छात्र परीक्षा में शामिल होंगे। इन परीक्षार्थियों के लिए 8549 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
पहली बार क्या-क्या हो रहा है
- पहली बार लगाए गए हैं सीसीटीवी
- पहली बार STF सादे कपड़े में निगरानी कर रहे हैं।
- सेंटर से 100 मीटर की दूरी पर मीडियाकर्मी को रोक लगाई गई है।
- परिजन नहीं पहुंच सकते सेंटर तक
- शिक्षकों के लिए आधार कार्ड जरूरी है।
- पहली बार STF सादे कपड़े में निगरानी कर रहे हैं।
- सेंटर से 100 मीटर की दूरी पर मीडियाकर्मी को रोक लगाई गई है।
- परिजन नहीं पहुंच सकते सेंटर तक
- शिक्षकों के लिए आधार कार्ड जरूरी है।
-नकल विहीन परीक्षाएं संपन्न हो इसके लिए बोर्ड ने तैयारियां पूरी कर ली है। खासतौर से संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्रों पर विशेष तैयारियां की गई हैं। बोर्ड की तरफ से सभी संवेदनशील व अतिसंवेदनशील केंद्रों की सूची जारी की गई है।
सीएम योगी ने की थी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
-नकल विहीन परीक्षा के लिए 30 जनवरी को सीएम योगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी उसके बाद से सभी जिलों में प्रशासन व पुलिस के अफसरों की सक्रियता बढ़ गई है। खासतौर पर संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्रों पर विशेष नजर रखी जा रही है।
आगरा में सबसे ज्यादा संवेदनशील केन्द्र
-प्रदेश में 1521 संवेदनशील और 566 अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र चिन्हित किए गए हैं।
-आगरा में 104 हैं संवेदनशील केंद्र जबकि अतिसंवेदनशील केंद्रों की है संख्या 37 है।
-अलीगढ़ में संवेदनशील केंद्रों की संख्या 100 है जबकि अतिसंवेदनशील केंद्रों की संख्या 33 है।
-इलाहाबाद में संवेदनशील केंद्रों की संख्या 76 है जबकि अतिसंवेदनशील केंद्रों की संख्या 21 है।
-मथुरा में संवेदनशील केंद्रों की संख्या 74 और अति संवेदनशील केंद्रों की संख्या 24 है।
-एटा जिले में संवेदनशील केंद्रों की संख्या 44 है जबकि अतिसंवेदनशील केंद्रों की संख्या भी यहां 44 ही है।
-आगरा में 104 हैं संवेदनशील केंद्र जबकि अतिसंवेदनशील केंद्रों की है संख्या 37 है।
-अलीगढ़ में संवेदनशील केंद्रों की संख्या 100 है जबकि अतिसंवेदनशील केंद्रों की संख्या 33 है।
-इलाहाबाद में संवेदनशील केंद्रों की संख्या 76 है जबकि अतिसंवेदनशील केंद्रों की संख्या 21 है।
-मथुरा में संवेदनशील केंद्रों की संख्या 74 और अति संवेदनशील केंद्रों की संख्या 24 है।
-एटा जिले में संवेदनशील केंद्रों की संख्या 44 है जबकि अतिसंवेदनशील केंद्रों की संख्या भी यहां 44 ही है।
नकल रोकने के लिए किए गए प्रयास
-नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए इस बार कई बदलाव किए गए हैं। पहली बार गड़बड़ी रोकने के लिए सॉफ्टवेयर के माध्यम से केंद्र निर्धारण किया गया है।
-सभी संवेदनशील अतिसंवेदनशील केंद्रों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कड़े निर्देश दिए गए हैं।
-बोर्ड की परीक्षा के दौरान सेंटर पर टीचर्स के भी स्मार्टफोन के यूज पर रोक लगाई गई है।
-स्मार्ट फोन यूज करने वाले टीचर्स को अपना फोन बंद करके केंद्र व्यवस्थापक के पास जमा कराना होगा, परीक्षा समाप्त होने के बाद ही दोबारा उसे स्मार्टफोन मिलेगा।
-परीक्षा के दौरान संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्रों पर एसटीएफ नजर रखेगी और एलआईयू नकल माफियाओं को अपने राडार पर रखेगी।
-सभी संवेदनशील अतिसंवेदनशील केंद्रों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कड़े निर्देश दिए गए हैं।
-बोर्ड की परीक्षा के दौरान सेंटर पर टीचर्स के भी स्मार्टफोन के यूज पर रोक लगाई गई है।
-स्मार्ट फोन यूज करने वाले टीचर्स को अपना फोन बंद करके केंद्र व्यवस्थापक के पास जमा कराना होगा, परीक्षा समाप्त होने के बाद ही दोबारा उसे स्मार्टफोन मिलेगा।
-परीक्षा के दौरान संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्रों पर एसटीएफ नजर रखेगी और एलआईयू नकल माफियाओं को अपने राडार पर रखेगी।
-नकल रोकने के लिए 3 सदस्यीय कमेटी मॉनिटरिंग करेगी।
सीसीटीवी से होगी निगरानी
-वहीं, सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगी यूपी बोर्ड की परीक्षा आयोजित कराई जाएगी। परीक्षा केंद्र की 200 मीटर की दूरी तक स्कूल प्रबंधन के लोगों को जाना से मना किया गया है। लोकल पुलिस अधिकारी प्रबंधक को नकल रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं।
UP बोर्ड ने किया डिबार्ड
-हाल ही में माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 2018 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा से 83,753 अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र पर रोक लगा दी थी। यह सभी प्राइवेट परीक्षार्थी थे। ये छात्र एवं छात्राएं फर्जी दस्तावेज के आधार पर रजिस्ट्रेशन करा कर बोर्ड की परीक्षा में शामिल होना चाह रहे थे। इस गड़बड़ी का खुलासा उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की जांच में हुआ था। बोर्ड ने इनका नाम परीक्षार्थियों की सूची से बाहर करते हुए प्रवेश पत्र जारी करने पर रोक लगा दी थी।
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