बैठक में शामिल होने के लिए चार सदस्य दल अयोध्या (Ayodhya) से दिल्ली (Delhi) के लिए रवाना हो गया है. बुधवार को दिल्ली में ट्रस्ट की पहली बैठक में राम मंदिर (Ram Temple) शिलान्यास की तारीख तय हो सकती है
अयोध्या. नवगठित श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की पहली बैठक बुधवार को दिल्ली में आयोजित होनी है. इसमें शामिल होने के लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Ram Janmabhoomi Tirtha Kshetra Trust) की पहली बैठक में शामिल होने के लिए श्री राम जन्मभूमि (Shri Ram Janmabhoomi) और श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यास (Shri Krishna Janmabhoomi Trust) के अध्यक्ष मणिरामदास, छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास, निर्मोही अखाड़ा (Nirmohi Akhada) के महंत दिनेंद्र दास मंगलवार को दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
इस बैठक में शिरकत करने के लिए ट्रस्ट के सदस्य बनाए गए अयोध्या के राजा बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, निर्मोही अखाड़े के अयोध्या शाखा के महंत दिनेंद्र दास, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रदेश पदाधिकारी डॉ. अनिल मिश्र, अयोध्या के जिलाधिकारी (डीएम) अनुज कुमार झा दिल्ली रवाना हो चुके हैं. बता दें कि अयोध्या विवाद के जमीनी मालिकाना हक मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से विवादित जमीन का फैसला रामलला के पक्ष में दिया गया था. अदालत ने भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार को तीन माह के भीतर ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया था.
महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट में जगह न मिलने से हुआ था विवाद
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में बीते पांच फरवरी को श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र टेस्ट के गठन की घोषणा की थी. ट्रस्ट में अयोध्या से राजा बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, आरएसएस के पदाधिकारी डॉ. अनिल मिश्र, पदेन जिला अधिकारी अयोध्या अनुज कुमार झा और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत निर्मोही अखाड़े के अयोध्या शाखा के महंत दिनेंद्र दास को ट्रस्ट में शामिल किया गया था. पहले से गठित श्री राम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष और मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट में जगह न दिए जाने को लेकर अयोध्या के संत धर्माचार्य नाराज चल रहे थे. तीर्थाटन से वापस लौटे महंत नृत्य गोपालदास ने इस नाराजगी का इजहार किया था और विरोध जताने के लिए अयोध्या में साधु-संतों की बड़ी बैठक बुलाई गई थी.
महंत नृत्य गोपाल दास राम जन्मभूमि पीठ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक में शामिल होने के लिए रवाना

मामले को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार में हलचल मच गई थी और गृह मंत्रालय ने सीधे हस्तक्षेप करते हुए न्यास अध्यक्ष और उनके शिष्य उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास से वार्ता कर आश्वासन दिया था. इसी आश्वासन के तहत सोमवार की रात विश्व हिंदू परिषद (VHP) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय विशेष दूत बनकर अयोध्या पहुंचे और ट्रस्ट के सदस्यों डॉ अनिल मिश्रा और बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र के साथ मणिराम दास छावनी पहुंच ट्रस्ट की पहली बैठक में शामिल होने के लिए विशेष आमंत्रण पत्र महंत नृत्य गोपाल दास को सौंपा. इसके पूर्व सुग्रीव किला में आयोजित 10 दिवसीय बैकुंठ महोत्सव के तहत श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ करने पहुंचे नवगठित ट्रस्ट के सदस्य जगतगुरु ज्योतिष पीठाधीश्वर वासुदेवानंद सरस्वती ने मणिराम दास छावनी पहुंच न्यास अध्यक्ष से मुलाकात की थी. न्यास अध्यक्ष को ट्रस्ट में न शामिल किए जाने पर उन्होंने भी नाराजगी जताई थी और ट्रस्ट की पहली बैठक में अपनी ओर से श्री दास का नाम शामिल किए जाने का प्रस्ताव रखने की बात कही थी.
बता दें कि सोमवार की देर शाम जगतगुरु ज्योतिष पीठाधीश्वर वासुदेवानंद सरस्वती नवगठित ट्रस्ट की पहली बैठक में शामिल होने के लिए अयोध्या से दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे. जबकि विशेष आमंत्रण पत्र देने के बाद चंपत राय और अन्य भी लखनऊ के लिए निकल गए. वहीं विशेष आमंत्रण पर मंगलवार को सड़क मार्ग से महंत नृत्य गोपालदास दिल्ली के लिए रवाना हुए. बैठक में निर्मोही अखाड़ा अपने छह और सदस्यों को शामिल करने का प्रस्ताव सौंपेगा. इसके साथ ही पूजा करने का अधिकार भी मांगेगा.

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