कोलंबो: अपने अनोखे गेंदबाजी एक्शन और हेयर स्टाइल के साथ-साथ सटीक यार्कर फेंकने वाले खिलाड़ी के रूप में पहचान बनाने वाले श्रीलंकाई तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा शुक्रवार को बांग्लादेश के खिलाफ वनडे करियर का आखिरी मैच खेलने जा रहे हैं। हाल ही में इंग्लैंड की मेजबानी में खेले गए विश्व कप के दौरान भारत के खिलाफ आखिरी लीग मैच से पहले अटकलें लगाई जा रही थी कि ये मलिंगा के वनडे करियर का आखिरी मैच साबित हो सकता है लेकिन मलिंगा ने संन्यास की अलग योजना बना रखी थी। ऐसे में वो अब बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में घरेलू दर्शकों के सामने वनडे क्रिकेट को अलविदा कहेंगे। 
ऐसा रहा अंतरराष्ट्रीय करियर 
मलिंगा का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर बेहद सफल रहा। मलिंगा ने साल 2004 में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करके की थी। इसके बाद इसी साल उन्होंने यूएई के खिलाफ अपने वनडे करियर का आगाज किया। 15 साल लंबे अपने क्रिकेट करियर में मलिंगा ने 30 टेस्ट में 101, 225 वनडे में 335 और 73 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच में 97 विकेट हासिल किए। उन्होंने साल 2011 में ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था उसके बाद से वो टी-20 और वनडे क्रिकेट खेलते रहे। उनकी कप्तानी में ही श्रीलंका ने साल 2014 में टी-20 विश्व कप का खिताब जीता था। 
इंग्लैंड के खिलाफ रहे थे जीत के हीरो
हाल ही में इंग्लैंड में आयोजित क्रिकेट विश्व कप में मलिंगा अपनी टीम के सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 7 मैच की 7 पारियों 13 विकेट झटके। लीग दौर में इंग्लैंड के खिलाफ मैच में उन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए 43 रन देकर 4 विकेट हासिल किए और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका अदा की। करियर के चौथे और आखिरी विश्व कप में यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया। विश्व कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में उन्होंने 55 रन देकर तीन विकेट झटके।
विश्व कप इतिहास के तीसरे सबसे सफल गेंदबाज
करियर में चार बार विश्व कप में शिरकत करने वाले मलिंगा ने शानदार प्रदर्शन किया। साल 2007 और 2011 में विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाली टीम के सदस्य रहे। इस बार इंग्लैंड में आयोजित विश्व कप से वो श्रीलंका के लिए क्रिकेट के सबसे बड़े मंच पर दूसरे सबसे सफल और विश्व कप इतिहास के तीसरे सबसे सफल गेंदबाज के रूप में वापस लौटे। विश्व कप में उन्होंने श्रीलंका के लिए 29 मैच खेले जिसकी 28 पारियों में गेंदबाजी करते हुए 22.69 की औसत से 56 विकेट हासिल किए। विश्व कप के इतिहास में उनसे उनसे ज्यादा विकेट ग्लैन मैक्ग्रा(71) और मुथैया मुरलीधरन(69) ने हासिल किए हैं। 
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ झटके थे 4 गेंद में 4 विकेट
विश्व कप के इतिहास में मलिंगा के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है। पहली बार साल 2007 में विश्व कप में शिरकत करते हुए उन्होंने ऐसी छाप छोड़ी जिसकी चमक 12 साल बाद भी फीकी नहीं पड़ी है। 2007 में  में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप के मुकाबले में उन्होंने चार गेंद में लगातार चार विकेट लेकर सनसनी मचा दी थी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ये अनोखा कारनामा करने वाले वो दुनिया के पहले गेंदबाज बने थे। मलिंगा के ये कारनामा करने के एक दशक बाद भी और कोई खिलाड़ी अब तक ऐसा नहीं कर सका है। इसके बाद मलिंगा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए। उनके टीम में रहते श्रीलंकाई टीम 2007 और 2011 में लगातार दो बार विश्व कप के फाइनल में पहुंची। लेकिन दोनों ही बार खिताब जीतने में नाकामयाब रही। 
विश्व कप में दो बार हैट्रिक लेने वाले एकलौते गेंदबाज
लसिथ मलिंगा विश्व कप इतिहास में दो बार हैट्रिक लेने का कारनामा करने वाले एकलौते गेंदबाज है। मलिंगा ने साल 2007 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार गेंद में चार विकेट लेने के बाद साल 2011 में कीनिया के खिलाफ हैट्रिक लेने का कारनामा कर दिखाया था। उनके अलावा विश्व कप के 44 साल के इतिहास में उनके अलावा 9 गेंदबाज हैट्रिक लेने में सफल हुए हैं। 
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