नई दिल्ली I लोकसभा के बाद आज राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर आरक्षण संशोधन विधेयक और राष्ट्रपति शासन बढ़ाने के प्रस्ताव पर राज्यसभा में कहा कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इसे कोई भी भारत से अलग नहीं कर सकता है। गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की नीति आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की, सरकार जम्मू कश्मीर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मैं फिर दोहराना चाहता हूं कि नरेन्द्र मोदी सरकार की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है। शाह ने विपक्ष पर हमलसला करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र सिर्फ तीन परिवारों तक ही सीमित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि कश्मीरी पंडितों, सूफी परंपराओं को कश्मीर से बाहर किसने किया, क्या वे कश्मीरी परंपरा का हिस्सा नहीं थे? शाह ने कहा कि एक समय ऐसा आएगा जब कश्मीर में मंदिर में पूजा करते कश्मीरी पंडित दिखेंगे।

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