लखनऊ (K5 News)। सोमवार को लगातार तीसरे दिन किसानों पर मौसम की मार पड़ी। सुबह से लेकर शाम तक लखनऊ, अलीगढ़, मेरठ और मुरादाबाद समेत कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश हुई। इससे गेहूं की फसल को क्षति पहुंची है। कुछ क्षेत्रों में कटी हुई फसल भीग गई तो कहीं तेज हवा उनको उड़ा ले गई। तेज हवा और बारिश के साथ जहां फसल गिरी है वहां उसकी कटाई में देरी होने के कारण किसानों की परेशानी और क्षति दोनों बढ़ेगी। निदेशक उद्यान डा.एसपी जोशी के अनुसार बारिश से आम और सब्जियों को क्षति नहीं है।आम के फल अभी छोटे हैं। ऐसी अवस्था में वह गिरते भी हैं। बारिश के नाते पत्ते, झाले और फसल में लगने वाले समसामयिक कीड़े भी धुल गये होंगे। ऐसे में फसल को लाभ ही है। जिन क्षेत्रों में ओले पड़े हैं वहां टमाटर की फसल को क्षति होगी। थोड़ी-बहुत क्षति निचले इलाकों में बोयी गयी लता वर्ग की सब्जियों को भी हो सकती है।कृषि विभाग अपने स्तर से क्षति का अनुमान कर रहा है। कृषि निदेशक सोराज सिंह के अनुसार हर जिले में विभागीय अधिकारी क्षति का आकलन कर रहे हैं। अब तक आगरा, मथुरा और कुशीनगर से आयी रिपोर्ट में क्रमश: 2.5, 4.5 और तीन फीसद क्षति का आकलन किया गया है। अन्य जिलों की भी रिपोर्ट जल्दी ही आ जाएगी।
दो-तीन दिन तक मौसम राहत देने के मूड में नहीं
रबी की तैयार फसलों के लिए आफत बनकर आये मौसम से दो-तीन दिनों तक राहत की उम्मीद नहीं है। मंगलवार और बुधवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों खासकर उत्तराखंंड और हरियाणा में बारिश के साथ ओले पड़ सकते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ हिस्सों में तेज हवा के साथ बारिश भी हो सकती है। छिटपुट बदली और बारिश का क्रम 13-14 अप्रैल तक भी जारी रह सकता है। मालूम हो कि तीन दिनों से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। इस दौरान प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तेज हवा के साथ हुई बारिश और ओला गिरने से गेहूं की फसल को खासी क्षति हुई है। किसानों की उम्मीद आसमान पर टिकी है, पर वहां से उनको अगले दो-तीन दिन में राहत की उम्मीद कम ही है।  
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