लखनऊ (K5 News)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज विधानसभा में मास्टर स्ट्रोक खेला है। विधान मंडल के बजट सत्र में आज विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार अति पिछड़ों के साथ ही अति दलितों के आरक्षण पर बेहद गंभीरता से विचार करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को विधानसभा में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि सूबे के अति दलित और अति पिछड़े लोगों को आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने इसके लिए एक कमेटी भी गठित करने की घोषणा की। विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के बाद से जिन्हें वंचित किया गया है। समाज की मुख्यधारा से नहीं जोड़ा गया। साथ ही आरक्षण का सही लाभ नहीं दिया गया। प्रदेश की भाजपा सरकार अब उस हर दलित और वंचित को सम्मानित करेगी।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज विधानसभा में कहा कि इसके लिए जल्दी ही कमेटी गठित की जाएगी। प्रदेश में फूलपुर व गोरखपुर उपचुनाव में हार और सपा-बसपा के बीच बढ़ती दोस्ती को सियासी मात देने के लिए आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महादलित का मास्टर कार्ड खेला। योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के बजट सत्र में कहा कि जरूरत पडऩे पर महादलित व अति पिछड़ों को आरक्षण देने पर विचार किया जा सकता है।बजट सत्र के दौरान चर्चा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि अति पिछड़ों व अति दलितों के उत्थान के लिए उनकी सरकार काम करेगी।जरूरत पड़ी तो अति पिछड़ों व अति दलितों को आरक्षण दिया जाएगा। इसके लिए जल्द समिति बनेगी। ऐसा माना जाता है कि नीतीश कुमार ने महादलित कार्ड खेला और राजनीतिक फायदा हासिल किया। इसके पूर्व कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह ने भी शायद कुछ ऐसी ही कोशिश की थी।भाजपा इससे पहले भी राजनाथ सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में अति पिछड़ों व अति दलितों को आरक्षण दे चुकी है। भाजपा का शुरू से ही यह तर्क रहा है कि आरक्षण का लाभ सिर्फ कुछ विशेष जातियों (पिछड़ों में यादवों और दलितों में जाटवों) तक ही सीमित होकर रह गया है। इसलिए उसे इन वर्गो की सभी जातियों में उनकी आबादी के अनुसार बटना चाहिए।
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