लखनऊ (K5 News)। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में छोटी-मोटी दिक्कतों के बीच मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। गोरखपुर में फूलपुर से अधिक मतदान होने की सूचना है। इस दौरान मतदान बहिष्कार, ईवीएम में गड़बड़ी, गलत उंगली पर स्याही जैसी कई समस्याओं के चलते मतदान में आंशिक बाधा आई बाद में जिसे ठीक कर लिया गया। ईवीएम गड़बडिय़ों की शिकायतें तो 200 के करीब तक पहुंच गईं। बावजूद इसके लोगों के उत्साह में दिव्यांगता और बढ़ती उम्र भी मतदान में आड़े नहीं आ सकी। इसी उत्साह में करीब 42 फीसदी लोगों ने मतधिकार का प्रयोग किया। इसमें गोरखपुर 47.4 और फूलपुर का प्रतिशत 38 रहा।

ईवीएम गड़बडिय़ों को लेकर 193 शिकायतें-गोरखपुर और फूलपुर संसदीय क्षेत्र में उप चुनाव में निर्वाचन आयोग को ईवीएम की गड़बडिय़ों से जुड़ी 193 शिकायतें मिलीं। निर्वाचन आयोग के अनुसार इससे मतदान पर कोई असर नहीं पड़ा। इन्हें तुरंत ठीक कराया गया। आयोग ने 95 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग के जरिये निगाह रखी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू ने बताया कि दोनों चुनाव क्षेत्रों में पिछले चुनाव की तुलना में कम मतदान हुआ। उन्होंने बताया कि ईवीएम को लेकर मिली शिकायतों में 41 शिकायतें बैलट यूनिट से, 38 कंट्रोल यूनिट की और 114 वीवीपैट की थीं। मतदान केंद्रों पर 280 माइक्रो आब्जर्वर की ड्यूटी लगाई गई थी।
कोल्हुआ में मतदान का बहिष्कार -पीपीग॔ज क्षेत्र के कैम्पियरग॔ज विधान सभा के ग्राम सभा कोल्हुआ टोला बरहटा मे मतदान का बहिष्कार करने वाले ग्रामीणों के साथ ग्राम प्रधान अवधेश मिश्र को सेक्टर मजिस्ट्रेट व अन्य अधिकारी मनाने की कोशिश कर रहे हैं। कोल्हुआ मे ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गांव में सडक नाली ठीक न होने से लोग परेशान है। इससे नाराज मतदाताओ ने  मतदान का बहिष्कार  किया है। मतदान केंद्र पर मतदाताओं का इंतजार किया जा रहा है। सुबह के साढे नौ बजे तक एक भी वोट नहीं डाला गया। अधिकारी मतदाताओं को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि मतदान आपका अधिकार है।
बाएं के बजाय दाएं हाथ की तर्जनी पर स्याही -फूलपुर के उपचुनाव में रविवार को कई बूथों पर मतदान कर्मियों ने बड़ी गलती कर दी। निर्वाचन आयोग की व्यवस्था के अनुसार मतदाता के बाएं हाथ की तर्जनी (अंगूठे के बगल की अंगुली) पर स्याही लगाई जानी चाहिए थी लेकिन, मतदान कर्मियों ने दाहिने हाथ की अंगुली पर स्याही लगा दी। ऐसा सिर्फ आम मतदाताओं के साथ ही नहीं, बल्कि कुछ राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों व संतों के साथ भी हुआ।
ईवीएम खराबी बनी बाधा-सुबह कहीं ईवीएम खराबी तो कुछ बूथों पर मतदाताओं के इंतजार के साथ मतदान की शुरुआत हुई। इसी के साथ चुनावी तैयारियों, मतदान कर्मियों को दिए गए प्रशिक्षण व ईवीएम की हुई जांच की भी पोल खुलनी शुरू हो गई। फूलपुर विधानसभा क्षेत्र के नीबीकला बूथ पर सुबह ईवीएम नहीं चली। अन्य केंद्रों पर जब मतदान का क्रम कुछ बढऩे लगा तो मतदान कर्मियों को मिले प्रशिक्षण की हकीकत सामने आने लगी। मतदाताओं के दाहिने हाथ की अंगुली पर स्याही लगाए जाने की गलती को हवा तब मिली, जब कांग्र्रेस प्रत्याशी मनीष मिश्र प्राइमरी पाठशाला जमुनीपुर के बूथ संख्या 386 पर मतदान कर बाहर निकले। उन्होंने मतदान करने का प्रमाण दिखाते हुए दाहिने हाथ की अंगुली दिखाई तो सब कुछ साफ हो गया।
कई बूथों पर यह गड़बड़ी सामने आई-इस मामले की व्यापक स्तर पर पड़ताल शुरू की गई तो कई और बूथों पर यह गड़बड़ी सामने आई। शहर उत्तरी विधानसभा क्षेत्र में महंत विचारानंद संस्कृत महाविद्यालय मतदान केंद्र के बूथ पर संत आनंद गिरि के साथ कई संत मतदान कर निकले तो उनके भी दाहिने हाथ की अंगुली पर स्याही लगी थी। ऐसा ही इसी विधानसभा क्षेत्र के डायमंड जुबली स्कूल जार्जटाउन मतदान केंद्र के बूथ पर भी हुआ। यहां सपा प्रत्याशी नागेंद्र सिंह पटेल सहित अन्य वोटरों के दाहिने हाथ की अंगुली पर स्याही लगाने का सिलसिला चला। दोपहर तक यह जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी तक पहुंची तो उन्होंने स्याही सही यानी बायें हाथ की तर्जनी में लगाने का निर्देश जारी किया।
अधिकारी बोले सब ठीक हो गया-जमुनीपुर बूथ संख्या 386 के पीठासीन अधिकारी राकेश कुमार यादव ने बताया कि स्याही बाएं हाथ की तर्जनी पर लगाई जानी चाहिए। दाहिने हाथ की अंगुली में स्याही लगाया जाना मानवीय भूल है। जानकारी होने पर इसे ठीक कर लिया गया। जिला निर्वाचन अधिकारी इलाहाबाद सुहास एलवाई ने कहा कि मतदाताओं के बाएं हाथ की तर्जनी पर स्याही लगाई जानी है। इस आशय का प्रशिक्षण मतदान कार्मिकों को दिया भी गया था। हो सकता है कि जल्दबाजी में कुछ बूथों पर गड़बड़ी हो गई हो। इसे सुधरवा दिया गया।
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