◆अपनी जेब ढीली करके बना रहे रास्ता
ऋषभ शुक्ला की कलम 
हरदोई। जिन समस्याओं को मुद्दा बनाकर नेता चुनाव जीतते हैं असल में उन समस्याओं के निराकरण का कभी प्रयास ही नहीं किया जाता और समस्याएं हमेशा मुद्दा ही बनी रहती हैं।
       ये तस्वीर शहर से सटे हरदोई देहात ग्राम पंचायत के मोहल्ला आशानगर की है। आशानगर का आधा हिस्सा नगर पालिका क्षेत्र में आता है और आधा ग्राम पंचायत में। जलभराव एवं कीचड़ देखकर आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि समाजवादी पार्टी की सरकार में किस तरीके से इस इलाके का विकास किया गया है। नाली ही नहीं लोगों के घरों का पानी पूरी सड़क पर भरा हुआ है। अब यह सड़क तालाब का रुप ले चुकी है। स्थानीय लोग जब भी यहां से निकलते हैं तो उन्हें इस गंदे कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। स्थानीय निवासी बाबूराम, रमन, संतोष पाल, अरुणेश पाण्डेय, विकास दीक्षित राजदेव सिंह आदि कहते हैं कि ग्राम प्रधान ने चुनाव जीतने के बाद कभी यहाँ पलट कर नहीं देखा। सफाई कर्मी भी कभी नजर नहीं आते। इसलिए मोहल्ले के लोग ही मिलकर यहाँ की सफाई कर लेते हैं या फिर पम्पिंग सेट लगवाकर पानी निकलवाते है। जिसमे लोगो का बहुत पैसा खर्च हो जाता है। 
प्रधान अरमान जहां के पति मोहम्मद गाजी का यह इलाका है। हरदोई देहात ग्राम पंचायत में किस तरफ फर्जीवाड़ा करके विकास के नाम पर धन हड़पा गया है इसका अंदाजा आप इन तस्वीरों से खुद लगा सकते हैं पर फिर भी हैरत होती है उन नेताओं पर जो खुद को विकास पुरुष बता कर जनता को गुमराह करते हैं। अब नगर निकाय का चुनाव है इस लिहाज से नेताओं को कीचड़ वाले इस इलाके से भी गुजरना पड़ रहा है। शायद उन्होंने कभी सोंचा नहीं था कि उपेक्षा वाले इस इलाके में भी कभी उन्हें आना पड़ेगा। फिलहाल जो भी हो नेताओं की परिक्रमा देखकर यहां के लोग इस बात को लेकर बेहद खुश हैं कि इस कीचड़ में होकर नेता निकलेंगे तो उन्हें अपने किए हुए पर पछतावा जरूर होगा।
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