रामप्रकाश राठौर ब्यूरो प्रमुख
हरदोई*
शाहाबाद।*
बोर्ड परीक्षाओं को
नकल विहीन सम्पन्न
कराने के लिये
प्रदेश की योगी सरकार भले ही
लाख दावे करे
लेकिन यहां के
प्रशासनिक अधिकारियों को केन्द्रों की निगरानी
करने के लिये
पुलिस की गाड़ियों
का सहारा लेना
पड़ रहा है। पिछली
6 फरवरी से तहसीलदार
को पुलिस के
सहारे केन्द्रों की निगरानी करनी पड़
रही है। शाहाबाद
तथा आसपास के
दर्जनों परीक्षा केन्द्रों की निगरानी के लिये
एसडीएम, सीओ, तहसीलदार
एवं कोतवाल को
जिम्मेदारी सौंपी गई है।
लेकिन तहसीलदार द्विग्विजय
सिंह को चालक
विहीन खटारा गाडी के कारण कोतवाल
के साथ परीक्षा
केन्द्रों पर पहुंचना
पड़ रहा है।
जिससे उन्हें काफी परेशानियों
का सामना करना
पड़ रहा है।
तहसीलदार श्री सिंह
का कहना है कि
उनके पर शासन
द्वारा प्रदत्त खटारा गाड़ी
तो है लेकिन
चालक विहीन है। उस
गाड़ी से किसी
केन्द्र तक पहुंचना
मुश्किल है। अगर
पहुंच भी गये तो वापसी
करना मुश्किल हो
सकता है। इस
मुसीबत से बचने
के लिये सरकार की नकल विहीन
परीक्षा सम्पन्न कराने की
मंशा को पूरा
करने के लिये
उन्हें कोतवाल के साथ
परीक्षा केन्द्रों पर जाना
पड़ रहा है।
फिलहाल प्रशासनिक अधिकारियों
की वाहन तथा
चालक विहीन होने
के कारण काफी
दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा
है।
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